Sunday, 16 August 2020

comedy

 बुज़दिल थे दोस्त भाग गए बैठ कार  मा।

         मैं फसमरा अकेला ही उन तीन चार  मा।

  ना दांत टूटते नहीं मुँह फूटता ''सिफर''।

होते बिरेक फेल नहीं गर उतार मा।

Shair :- Shafaqat Ali Siffer khargone M.P.

No comments:

Post a Comment